आज फरीदाबाद में महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान के स्वर्णजयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। दयानंद सरस्वती जी खुद ज्ञान की मूरत थे और मैं आशा करता हूँ की उन्हीं के पदचिह्नों पर चल कर यह बच्चे एक जिम्मेदार नागरिक बन कर भारत के विकास में अपना बड़ा योगदान देंगे।